tag:blogger.com,1999:blog-3936116498597670130.post7373047128599485156..comments2021-06-01T20:35:09.775-07:00Comments on हमज़ुबां : कहीं इफरात है तो कहीं कुछ कम है // there could be plenty or lessअमित हर्षhttp://www.blogger.com/profile/15062749453111796643noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3936116498597670130.post-25646357827293120792011-04-12T12:23:39.310-07:002011-04-12T12:23:39.310-07:00वाह अमित भाई, दिल खुश कर दिया...
~~~~ * ~~~~ * ~~~...वाह अमित भाई, दिल खुश कर दिया...<br />~~~~ * ~~~~ * ~~~~<br />कहीं इफरात है तो...<br />अपने गमों पर हमको अब सुकूं आया,<br />देख लिया जो भी है वो अपने गम से बेदम है..<br />~~~~ * ~~~~ * ~~~~<br />साथ किसी के गुज़ारे थे... <br />दिल को सुकूं मिला था भले थे वो चंद लम्हे,<br />उन्ही चंद लम्हों से जिन्दगी आज भी रोशन है...<br />~~~~ * ~~~~ * ~~~~<br />वो है हमारा या...<br />बेसबब सा अब तो ये जिंदगानी का आलम है,<br />न है कुछ तेरा-मेरा, दिल से दिल का संगम है..Vinayhttps://www.blogger.com/profile/09745225545343291410noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3936116498597670130.post-6676057125925627702011-04-12T11:43:25.977-07:002011-04-12T11:43:25.977-07:00अमित...............आप खूबसूरत लिखते हैं ........इस...अमित...............आप खूबसूरत लिखते हैं ........इसमें कोई दोराय नहीं है .आप को पढ़ने के बाद कुछ लिखा है.........<br />किसी भी हार का मुझे कोई गिला नहीं होता<br />सब सहा पर अब इश्क कि नाकामियां न दे <br /><br /><br />कोई भी हो सवाल मुझे मुश्किल नहीं लगता<br />बस अब तुझे पाने की राह में दुश्वारियां न दे<br /><br /><br />तेरे अश्कों से भीगे खतों से मुझे डर लगता है<br />मुझ पर अब रहम कर ऐसी निशानियां न दे <br /><br /><br /><br />वक्त न हो बेरहम की तेरे बिन जीना पड़े सीखना <br />मोहब्बत की गली में खुदा ऐसी परेशानियां न दे <br /><br /><br /><br />जब तक तेरा-मेरा मिलन हमेशा को नहीं हो जाता<br />कोई भी अगली नस्ल को हमारी कहानियां न देNidhihttps://www.blogger.com/profile/07970567336477182703noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3936116498597670130.post-9683208417194362842011-04-12T10:46:45.705-07:002011-04-12T10:46:45.705-07:00Bahut Khub....
वो है हमारा या हम है उसके
मेरी खु...Bahut Khub....<br />वो है हमारा या हम है उसके <br />मेरी खुद से ये जिरह हरदम है....<br />सोचने बैठ जाऊं तो ये ज़िंदगी कम हैvandanahttps://www.blogger.com/profile/00823059472227604243noreply@blogger.com